सुरेश अहमदाबाद के रहने वाले है जिनकी उम्र 35 साल है,कुछ समय से उनको पैशाब (यूरिन) से जुडी कुछ समस्याएं होने लगी जैसे की उन्हें बार-बार पैशाब जाने की जरुरत महसूस होने लगी, यहाँ तक की बार-बार पैशाब जाने की वजह से रात में कई बार उनकी नींद टूट जाती है और वो ढंग से सो भी नहीं पाते और जब वो पैशाब करने जाते थे तो उन्हें यूरिन पास करने में बहुत दिक्कत होती थी एवं इसके लिए उन्हें बहुत ज्यादा जोर लगाना पड़ता था और धीरे धीरे ये परेशानियां बढ़ती ही जा रही थी I सुरेश ने डॉक्टर को दिखवाया एवं चिकित्स्कीय परिक्षण से ये पता चला की उनकी प्रोस्टेट ग्रंथि बहुत बढ़ गयी है एवं डॉक्टर ने उन्हें सर्जरी करवाने की सलाह दे रहे हैं , प्रोस्टेट ग्रंथि की साइज इस तरीके से बढ़ने को प्रोस्टेटाइटिस कहते हैं I
प्रोस्टेटाइटिस पुरुषों में होने वाली एक आम समस्या है लेकिन समय पर ध्यान नहीं देने की वजह से इसके परिणाम गंभीर हो सकते है यहाँ तक की कैंसर भी हो सकता है इसकी वजह से, आज हम इसके लक्षण एवं आयुर्वेद से इसके इलाज की संभावनाओं के बारे में विस्तार से इस पोस्ट में चर्चा करेंगे I
प्रोस्टेट ग्रंथि क्या होती हैं एवं इसका क्या काम हैं ?
- प्रोस्टेट ग्लैंड नीम्बू के साइज की ग्रंथि होती हैं
- ये ब्लेडर के मुंह पर होती हैं
- इस ग्रंथि से बनने वाले पदार्थ शुक्राणु की हेल्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं
- ये वीर्य की मात्रा में योगदान देती हैं
- ये एक उम्र के बाद बढ़ती हैं
प्रोस्टेटाइटिस के लक्षण:
- यौन इच्छा में कमी:
आधुनिक रिसर्च ने यह साबित कर दिया हैं की पुरुषों में यौन इच्छा में कमी का एक मुख्य कारण प्रोस्टेटाइटिस हैं यह यौन इच्छा में कमी के साथ साथ शीघ्रपतन, डिस्चार्ज(वीर्य स्खलन) के समय भयंकर दर्द एवं यौन क्रिया के दौरान बिलकुल भी आनंद नहीं आता हैं I अगर प्रोस्टेटाइटिस बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं और समय रहते इलाज नहीं किया जाता हैं तो ये आपको नपुंसक भी बना सकता हैं I
- एक वृषण का अधिक लटक जाना:
प्रोस्टेटाइटिस आपके वर्षणों के सिकुड़ने का कारण भी हो सकता हैं, इसकी वजह से आपको अपना एक वृषण अधिक लटका हुआ महसूस होगा I
- बार- बार पैशाब लगना एवं पैशाब करते समय दर्द होना:
प्रोस्टेटाइटिस की वजह से आपको बार बार पैशाब लगती है एवं जब पैशाब जाते है तो आसानी से कर नहीं पाते और दर्द महसूस होता है I
- पैशाब करने के बाद भी ऐसा लगता हैं की यूरिन पूरा खाली नहीं हुआ हैं :
पैशाब करने के बाद भी ऐसा लगता हैं की यूरिन पूरा खाली नहीं हुआ हैं और अभी भी कुछ पैशाब शेष रह गया हैं
- दुशासी कोण के क्षेत्र में दबाव महसूस करते हैं :
प्रोस्टेटाइटिस की वजह से आपको कभी कभी दुशासी कोण के क्षेत्र में दर्द या दबाव महसूस होता हैं जो धीरे धीरे बढ़ता चला जायेगा I
प्रोस्टेटाइटिस के गंभीर परिणाम:
- प्रोस्टेट कैंसर:
यह पुरषों में होने वाला सबसे आम कैंसर है, एवं जानलेवा भी हो सकता है I
- नपुसंकता:
प्रोस्टेटाइटिस, आपके प्रजनन तंत्र को क्षति पहुंचाकर आपको नपुंशक बना सकती हैं
- मूत्र में खून:
प्रोस्टेटाइटिस की वजह से मूत्र विसर्जन के समय खून भी आना शुरू हो सकता हैं
- वीर्य में खून:
प्रोस्टेटाइटिसकी वजह यौन क्रिया के पश्चात वीर्य के साथ खून भी आ सकता हैं
प्रोस्टेटाइटिस का इलाज: प्रोस्टेटाइटिस अगर बहुत गंभीर हो गया हैं तो आपको सर्जरी भी करवानी पड़ सकती हैं किन्तु शुरुआती स्तर पर यह बीमारी दवाइयों एवं विशेष तौर से आयुर्वेदिक दवाइयों या सप्लीमेंट्स की सहायता से सही की जा सकती हैं, यहाँ हम कुछ आयुर्वेदिक औषधि एवं जड़ी- बूटियों के बारे में बता रहे हैं जो इसके इलाज में काफी कारगर साबित हुई हैं एवं काफी पुरुषों को इनका फ़ायदा मिला हैं:
अजमोद:
यह एक सूजनरोधी तत्व के रूप में कार्य करता हैं एवं प्रोस्टेट ग्रंथि के आकर को स्थिर रखने में कारगर साबित हो सकता हैं
बलूत की छाल:
प्रोस्टेट ग्रंथि में बनने वाले पदार्थ को बनाने में सहायक हैं एवं शुक्राणुओं को सक्रिय करता है, इरेक्शन की अवधि को बढ़ाता है
गोखरू:
यह अंतःस्रावी ग्रंथियों के काम को बहाल करता है
आप कोई भी ऐसी आयुर्वेदि औसधि का उपयोग कर सकते हैं जो उक्त जड़ी- बूटियों के साथ साथ अन्य कुछ कामगर पेड़ों के उत्पादों से बानी हैं एवं लम्बे समय तक उपयोग काफी हद तक आपके प्रोस्टेटाइटिस को ठीक करने में मदद करेगा
Pingback: Fight Prostate Problems with Urogen Forte - Start Your Natural Treatment Now - Health Vedic